आधी रात को
मेधा पाटकर 21 किसानो को जेल भेजा
भोपाल ,नवंबर ( जनादेश न्यूज़ )। किसानो की जमीन बचाने के लिए मध्य प्रदेश के छिंदवाडा जिले में हो रहे आन्दोलन को लेकर पहले सुनीलम की गिरफ़्तारी और बाद में उनकी सहयोगी अराधना भार्गव की गिरफ़्तारी के बाद रविवार की रात सत्याग्रह पर बैठी सामाजिक कार्यकर्त्ता मेधा पाटकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया ।मेधा पाटकर अस्वस्थ है और दो दिन पहले ही हैदराबाद से आई है । मेधा पाटकर को जिस तरह गिरफ्तार किया गया है उस पर जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय और किसान संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है । किसान मंच के अध्यक्ष विनोद सिंह कहा -अब तो साफ़ हो गया कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट में कांग्रेस भाजपा दोनों कार्पोरेट घरानों के साथ खड़े है ।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में अडानी पेच पावर प्रोजेक्ट, पेच डाइवरशन प्रोजेक्ट, मैक्सो व एस के एस प्रोजेक्ट के नाम पर 50 हजार किसानों की जमीनों का जोर जबरदस्ती से छीनी जा चुकी है और वहा इसे लेकर आंदोलन चल रहा है । अब यह आंदोलन और व्यापक होने जा रहा है और इसमे अदानी समूह की सभी परियोजनाओं के खिलाफ किसानो को खड़ा किया जाएगा । दिल्ली में इस सिलसिले में हुई जन संसद में भी कई महत्वपूर्ण फैसले किए गए है ।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित पेंच नदी पर ४१ मीटर का बड़ा बांध केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के निर्वाचन क्षेत्र में बिना केंद्र सरकार की मंजूरी के बन रहा है । यह आरोप जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय की सदस्य मेधा पाटकर ने कल ही लगाया था लगाया है। इस परियोजना में बांध क्षेत्र के ३१ गाँव डूब क्षेत्र में आ रहे है और ५६०० हेक्टेयर भूमि का भूअर्जन का काम भी पूरा नहीं हुआ है ।
भोपाल ,नवंबर ( जनादेश न्यूज़ )। किसानो की जमीन बचाने के लिए मध्य प्रदेश के छिंदवाडा जिले में हो रहे आन्दोलन को लेकर पहले सुनीलम की गिरफ़्तारी और बाद में उनकी सहयोगी अराधना भार्गव की गिरफ़्तारी के बाद रविवार की रात सत्याग्रह पर बैठी सामाजिक कार्यकर्त्ता मेधा पाटकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया ।मेधा पाटकर अस्वस्थ है और दो दिन पहले ही हैदराबाद से आई है । मेधा पाटकर को जिस तरह गिरफ्तार किया गया है उस पर जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय और किसान संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है । किसान मंच के अध्यक्ष विनोद सिंह कहा -अब तो साफ़ हो गया कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट में कांग्रेस भाजपा दोनों कार्पोरेट घरानों के साथ खड़े है ।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में अडानी पेच पावर प्रोजेक्ट, पेच डाइवरशन प्रोजेक्ट, मैक्सो व एस के एस प्रोजेक्ट के नाम पर 50 हजार किसानों की जमीनों का जोर जबरदस्ती से छीनी जा चुकी है और वहा इसे लेकर आंदोलन चल रहा है । अब यह आंदोलन और व्यापक होने जा रहा है और इसमे अदानी समूह की सभी परियोजनाओं के खिलाफ किसानो को खड़ा किया जाएगा । दिल्ली में इस सिलसिले में हुई जन संसद में भी कई महत्वपूर्ण फैसले किए गए है ।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित पेंच नदी पर ४१ मीटर का बड़ा बांध केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के निर्वाचन क्षेत्र में बिना केंद्र सरकार की मंजूरी के बन रहा है । यह आरोप जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय की सदस्य मेधा पाटकर ने कल ही लगाया था लगाया है। इस परियोजना में बांध क्षेत्र के ३१ गाँव डूब क्षेत्र में आ रहे है और ५६०० हेक्टेयर भूमि का भूअर्जन का काम भी पूरा नहीं हुआ है ।
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